jeevan ka raj


 

I hope you all are well and good..

Sometimes, somethings are like the bitter truth which no one want to accept but we have to,….

So, lets see that …….

 

खुशी चंद लम्हों की मेहमान थीं,

कुछ जल्दी में थीं तो रुकी नहीं,

चांदनी नहीं तो गहरा सदमा दे गईं,

गम फुर्सत में थे तो ठहर गए,

फर्क कुछ नया नहीं था बस,

लोगो के नजरिए में अब वो सुकून नही था,

पहले मूड कर देखते थे तो अब देखकर मुडने लगे,

हमने देखा अपनो को रुकसत होते,

तो हम कुछ यूं मोसम की तरह बदलने लगे,

अपनी मोहब्बत को खुद के दिल में ढूंढा,

और हा आटे को भी अच्छी तरह गूंथ ,

हमसे रूठने का बहाना अच्छा था,

देखा तो आलू अभी कच्चा था,

किसी ने कहा मिल जाए प्यार तो खोना नही,

प्याज काटते वक्त बिलकुल रोना नहीं,

अभी तो खुशियों को महफिल के साथ बाटना था,

टमाटर भी सही से काटना था,

लोग हमारी खुशियों से जल जाएं,

जरा ध्यान से देखना चावल कहीं गल जाएं,

हमारा नया अंदाज कैसा लगा बता देना,

नमक कम हो तो थोड़ा और मिला लेना ,

अब और क्या कहूं हम कुछ यूं बदलने लगे,

कांटो में भी फूलो की तरह मुस्कुराने लगे,

लिखने को कलम उठाई तो लफ्ज़ nhi मिले,

तन्हाइयों में खुद के अलावा कोई शक्स नहीं मिले,

थोड़ा सा सोच कर -

आज परछाई से पूछ ही लिया-“ क्यूं चलती हो मेरे साथ,”

उसने भी हसकर कहा—' दूसरा कोन है तेरे साथ,’

जवाब सुनकर तमनाओ को ठिकाना मिला,

डूबते ख्वाब को कोई किनारा मिला,

जीने के लिए खुद का सहारा मिला,

मांगी खुद से रोशनी की दुआ ,

तो जिंदगी ने कहा-“ सपनो के कब्र पर उम्मीद का फूल तो खिला,”

अब हमने भी कहा --

‘ए जिंदगी’;

“”जब थक जाए इम्तेहान लेती लेती तो जरा तू apna  फैसला तो सुना………………………..””

Radhe Radhe💓💓..

Have a pleasant day to you all.

Thank you for giving your precious time to my words.

I hope you like it .

 

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